Sam Bahadur movie review – निर्देशक मेघना गुलज़ार का नवीनतम नाटक फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के जीवन के रोमांच और विचित्रता को दर्शाता है।
फिल्म “सैम बहादुर” एक ऐतिहासिक मूवी है जो भारतीय सेना के महान सेनानायक सम मानेकशॉ से जुड़ी है। इस फिल्म में, सैम बहादुर के साहस और वीरता की उनकी कहानी को एक नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया गया है। साइट पे जाएँ
मूवी में निर्देशकों ने सम बहादुर के जीवन को समझने और उनकी कठिनाइयों को सामने लाने में कामयाबी हासिल की है। स्क्रीन पर उनके संघर्ष, समर्पण और नेतृत्व का जोरदार पोर्ट्रेट किया गया है।
Sam Bahadur movie review
अभिनय की बात करें तो, अभिनेता ने सम मानेकशॉ के चरित्र को बखूबी निभाया है। उनकी एक्टिंग और उनके शानदार अभिव्यक्ति ने फिल्म को और भी मजबूती और जान डाल दी है।
संगीत, कैमरा काम, और विशेष प्रभाव भी इस फिल्म को एक दर्शनीय अनुभव बनाते हैं।
सैम बहादुर की यह कहानी ( Sam Bahadur movie review ) हर भारतीय के दिल में एक आदर्श और सम्मान की भावना जगाती है। उनकी उपलब्धियों और सेना में उनके महत्त्वपूर्ण योगदान को साझा करते हुए, यह फिल्म दर्शकों को प्रेरित करती है।
सैम बहादुर की कहानी
सैम बहादुर (Sam Bahadur movie review) फिल्म देश के पहले फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ की जिंदगी पर आधारित है। इस फिल्म के बारे में जानने से पहले हमें सैम बहादुर के बारे में जानना चाहिए। उन्होंने भारत को मजबूत बनाने के लिए इंदिरा गांधी के साथ-साथ पाकिस्तान से पूर्वी पाकिस्तान को अलग कर बांग्लादेश की स्थापना में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। इंदिरा गांधी ने जबरदस्त निर्णय लिया था तो सैम मानेकशॉ ने उन्हें सेना के सबसे श्रेष्ठ अफसर के रूप में समर्थन दिया और इस निर्णय को सफलतापूर्वक पूरा किया।
उन्होंने युद्ध से पहले इंदिरा गांधी को एक पर्चे पर यह सूचित किया था कि जंग कब शुरू होगी। 1971 के युद्ध से पहले भी उन्होंने कई अवसरों पर अपनी वीरता का परिचय दिया था। वे सेना में सेवानिवृत्त तब से रहे, जब भारत और पाकिस्तान एक ही देश थे और ब्रिटिशराज था। उन्होंने अपने चालीस वर्षों की सेवाकाल में द्वितीय विश्व युद्ध, 1962 के भारत-चीन युद्ध से लेकर कई महत्त्वपूर्ण लड़ाइयों में देश को जीत दिलाई।
विक्की कौशल की एक्टिंग (अभिनय ) का शीर्ष
फिल्म में सैम बहादुर का किरदार विक्की कौशल ने निभाया। इस फिल्म में विक्की कौशल की अदाकारी को अगर शीर्ष बिंदु माना जाए, तो यह गलत नहीं होगा। उन्होंने बेहतरीन अभिनय किया है। सैम मानेकशॉ के किरदार में उन्होंने पूरी तरह से नजरिया बदल दिया है। उनकी सैनिक अधिकारी भूमिका में, उन्होंने रोचक तरीके से सैन्य शौर्य, दृष्टिकोन, निर्णय शक्ति, शैली और बातचीत के अंदाज को प्रस्तुत किया है,
जिससे हर (Sam Bahadur movie review) सीन में उनका जादू दिखा। पर्दे पर उन्हें देखकर यह लगता है कि वो इस किरदार में कितना मेहनती रहे होंगे। उन्होंने अपना सर्वस्व इस भूमिका में लगा दिया, बिल्कुल वैसे जैसे सैम मानेकशॉ ने देश के गर्व को बचाया।
सैम बहादुर एक उत्कृष्ट फिल्म है जो न केवल एक महान सेनानायक के जीवन को दर्शाती है, बल्कि वीरता और साहस की अद्भुत कहानी को भी साझा करती है। यह फिल्म दर्शकों को जोश में ला देगी और उन्हें एक सच्चे भारतीय नायक के साथ जुड़ने का अवसर देगी। साइट पे जाएँ
पिछले कुछ दशकों में बॉलीवुड में देखी गई सबसे बड़ी झड़पों में से एक के लिए मंच तैयार है। एनिमल और सैम बहादुर ( Sam Bahadur movie review ) दोनों आज स्क्रीन पर हिट हैं। जबकि एनिमल एक पिता और पुत्र के रिश्ते की एक काल्पनिक कहानी है जो खून में उकेरी गई है, सैम बहादुर भारत के पहले फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ की वास्तविक जीवन की कहानी है।
फिल्म में उनके पूरे जीवन को दर्शाया गया है -(Sam Bahadur movie review) एक युवा अधिकारी से लेकर सीढ़ियां चढ़ने तक और अंततः बांग्लादेश के निर्माण में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाने तक। साइट पे जाएँ